आप सभी को नव-वर्ष एवं गणतंत्र दिवस की अनेकों शुभकामनायें|
समय, समाज और संसार आज सभी परिवर्तन के दौर में है, हम सब भी सनराइज ग्रीन्स में होने वाले तीव्र, निरंतर एवं सकारात्मक परिवर्तन के साक्षी है| आपकी अपनी पत्रिका “सनराइज-बज्ज” भी एक नए परिवर्तन व् नई सोच का जीवंत उदाहरण है| हमारी SGRWA टीम के निरंतर प्रयाश व आपके सहयोग एवं मार्गदर्शन से, अनेकों उतार-चढ़ाव से गुजरते हुए, विभिन्न बाधाओं को पार कर आज हम सब सफलता के एक दौर में खड़े है परिणाम-स्वरुप एक सुन्दर, स्वच्छ, सभी सुविधाओं से सज्जित काम्प्लेक्स आपके समक्ष है|
अपने-अपने मकानों में तो हम सब अपने तक सीमित रहकर सभी सुविधाओं का लाभ ले ही रहे है, लेकिन अपनी इस सोसाइटी को वास्तविक रूप से हमें अपना ही एक वृहत घर समझकर, इसकी सम्पन्नता सजगता और सफलता के लिए भी प्रयाशरत रहना चाहिए| हम सभी साथ मिलकर काम करें, एक दुसरे को और अधिक जानें, सद्भावना एवं एकजुटता सदैव बनी रहे, कुछ ऐसे ही भाव और उद्देश्य के लिए आपकी SGRWA टीम ने इस पत्रिका का सम्पादन किया है|
समाज की सेवा करने का अवसर हमें अपना ऋण चुकाने का मौका देता है| – नरेन्द्र मोदी..
प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की यह बात मुझे प्रेरित करती है, SGRWA समाज-सेवा का एक माध्यम है, इस पर न किसी एक का अधिकार है और न ही ये किसी अकेले की जिम्मेदारी, ये हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है, मैं SGRWA की ओर से आप सभी से सभी सृजनात्मक कार्यो में सकारात्मक सहयोग देने का आव्हान करता हूँ, हमेशा याद रखिये….
कभी भी बुरे लोगो की सक्रियता समाज को बर्बाद नहीं करती, बल्कि हमेशा अच्छे लोगो की निष्क्रियता समाज को बर्बाद करती है|
आप सभी के सहयोग से हमारा प्रयाश रहा है कि हम सोसाइटी के प्रारंभ से अब तक के महत्वपूर्ण चरणों, विभिन्न कार्यक्रमों और अहम् परिवर्तन तथा इसके लिए किये गए प्रयाशो को इस प्रथम संस्करण में संतुलित रूप से शामिल करते हुए, अन्य महत्वपूर्ण जानकारी, आपके दिये हुए लेख, अपने सह-निवासियों के बायो-डाटा, बच्चो की सुन्दर कृतिया एवं उपलब्धियों को संजोह्कर, आपके समक्ष रोचक रूप में प्रस्तुत कर सकें, आशा है आपको यह नेक प्रयाश जरूर पसंद आएगा|
मैं ‘सनराइज-बज्ज’ पत्रिका के प्रकाशन में सहयोग का अवसर प्रदान किये जाने पर, अपनी सम्पादक टीम की ओर से SGRWA प्रबन्धक समिति को सहृदय धन्यवाद देता हूँ| इसके उद्देश्पूर्ण एवं सफल प्रकाशन के लिए संपादक समिति, समस्त सहयोगकर्ताओं एवं सह-निवासियों को हार्दिक शुभकामनायें देता हूँ|
इस पत्रिका के आगामी संस्करण के लिए, तथा अपनी सोसाइटी “सनराइज ग्रीन्स” में शेष और नए कार्यो के लिए मैं पुन: आप सभी से साथ मिलकर काम करने का निवेदन करता हूँ| माननीय श्री अटल बिहारी वाजपयी जी ने भी कहा है :
बाधाएं आती है आयें, घिरे प्रलय की घोर घटाएं|
पांवो के नीचे अंगारे, सर पर बरसे यदि ज्वालायें|
निज हाथो में हस्ते-हस्ते, आग लगाकर जलना होगा|
कदम मिलाकर चलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा||
आपका भवदीय,
श्रीपाल सिंह
मुख्य सम्पादक, सनराइज बज्ज एवं महासचिव, SGRWA
Congrats and all the best!!